Stories of MS Dhoni
अगर MS Dhoni की Stories की बात की जाए तो ऐसा लगता है कि इनकी स्टोरी तो
कभी ख़त्म ना होने वाली कहानी है क्यों कि धोनी जिस चीज़ को करले वही story बन जाती है,
उनके हर काम (MS Dhoni achievements) में उनके fans और जनता दोनों ही रूचि लेते हैं|
MS Dhoni की details की बात की जाये या बताई जाये तो लोगों के लिए कम सी ही पड़ जाती हैं,
चाहे ये उनके बड़े- बड़े बालों का स्टाइल हो या उनकी TTE की नौकरी क्यों न हो|
Introduction of MS Dhoni
वैसे Ms Dhoni किसी भी introduction पहचान के मोहताज़ नहीं फिर भी जिसे जानकारी नहीं हैं उसके लिए ये जानकारी ही काफी होगी कि क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर भी धोनी के मुरीद हैं-
सचिन ने कहा है कि धोनी दुनियाँ के सबसे सफल कप्तान हैं और मुझे ख़ुशी है
मेरे खेलते समय वह मेरे कप्तान रहे|
$$- रही बात कमाई की तो मशहूर मैगजीन forbes की लिस्ट में कमाई में top 100 में हैं|
आज के दौर में महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट के इतिहास में बहुत ही विख्यात और जाने माने चेहरा हैं|
2007 का T-20 वर्ल्ड कप WORLD CUP MS Dhoni की कप्तानी में जीता गया और उसके बाद






2007 world cup की कुछ बातें
1- इंग्लैंड के खिलाफ 2007 वर्ल्ड कप फाइनल के 6 छक्के तो आजतक सभी को याद ही होंगे जो की स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर मारे थे|
2- 2007 वर्ल्ड कप की कप्तानिकी बैग डोर धोनी को सँभालने को दी गयी जो की उन्होंने बखूबी निभाई और वर्ल्ड कप जीतकर इसका सबूत भी दुनियाँ को दिखाया|
3- ms dhoni की experiment करने की आदत अज भी है और तब भी थी, 2007 वर्ल्ड कप फाइनल पाकिस्तान के साथ था और पाकिस्तान को आखिरी 6 गेंदों में 13 रन की जरुरत थी जीतने के लिए तभी धोनी ने आखिरी ओवर डालने के लिए गेंद जोगिन्दर शर्मा के हाथ में थमा दी और सब दांग रह गए,
क्यों की उस समय जोगिन्दर शर्मा की फॉर्म अच्छी नहीं चल रही थी-
- पहली बॉल डॉट बॉल (कोई रन नहीं)
- दूसरी बॉल पर मिस्बाह उल हक छक्का उदा देते हैं (यहीं सबकी साँसें थम गयीं) पर धोनी शांत थे
- और तीसरी बॉल जादुई बाल थी जिस पर Jogindar Sharma ने मिस्बाह (Misbah-ul-Haq) को आउट किया और भारत धोनी के कारनामे से 2007 का वर्ल्ड कप जीता, ऐसी हैं MS Dhoni की Stories.
2011 का वर्ल्ड कप WORLD CUP भी MS Dhoni की कप्तानी में जीता गया






MS Dhoni की 2011 world cup की कुछ Stories
1- 2011 world cup में MS Dhoni ने दो बार टॉस फेंका और ऐसा पहली बार हुआ क्यों की Kumar Sangakara ने पहले टॉस में हेल्स (hales) बोला (head or tales) को मिला कर इसलिए धोनी ने दोबारा टॉस फेंका|
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2011 में वर्ल्ड कप वाले दिन विराट कोहली के आउट होने के बाद जब धोनी युवराज सिंह से पहले खेलने आये तो सब चकित रह गए क्यों कि कोहली के बाद नंबर युवराज सिंह का था – तब धोनी ने बताया की वह एक सोचा समझा निर्णय था,
क्यों की उस समय श्रीलंका की तरफ से मुथैया मुरलीधरन गेंदबाज़ी कर रहे थे और धोनी उन्हें ज्यादा अच्छे से खेल सकते थे और दुसरे शब्दों में कहा जाए तो ज्यादा समझ सकते थे क्यों कि दोनों खिलाडी IPL में एक ही टीम Chennai Super Kings के लिए खेलते हैं और धोनी उस टीम के कप्तान हैं|MS Dhoni 2007 World Cup
3- एक अनोखी बात – जब युवराज सिंह को कैंसर हुआ था तब सबसे पहले यह बात महेंद्र सिंह धोनी को पता चली उस समय डॉक्टर के पस धोनी भी थे|
4- ये बात तो सभी को पता ही होगी कि 2011 के बाद धोनी ने अपना मुंडन करा था और सब सोच रहे थे
उन्होंने कोई मन्नत मांगी थी इसलिए एसा किया हालाँकि ऐसा नहीं था|
इस बत पर धोनी ने बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनकी कप्तानी में कभी भारत वर्ल्ड कप जीत जाएगा और जो कुछ भी उस समय हो रहा था उससे धोनी थके हुए महसूस कर रहे थे/कुछ समझ नहीं आ रहा था कि कैसे रियेक्ट करें इसलिए उन्होंने अपना मुंडन कर लिया|
MS Dhoni की Stories की कुछ खास बातें
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- धोनी बहुत ही शांत हैं बहुत ही सकारात्मक (positive) हैं, और सबसे बड़ी बात धोनी गेम (क्रिकेट) को बहुत ही अच्छे से समझते हैं और विपक्षी (opposition) टीम से एक कदम आगे रहते हैं धोनी – सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar)
- मुझे धोनी के साथ खेलना अच्छा लगता है और धोनी की captaincy में भी – सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar)
- जब धोनी ने क्रिकेट खेलना शुरू किया तो कभी ये नहीं सोचा था कि वो कभी India के लिए खेलेंगे– धोनी(MS Dhoni)
- धोनी कभी नाम कमाने के पीछे नहीं भागे, धोनी ने हमेशा मैच जीतने और दूसरी टीम को हराना कैसे है यह सोचा है- धोनी(MS Dhoni)
- खेल धोनी के हिसाब से बदलता हैं, धोनी खेल के हिसाब से नहीं– आशीष नेहरा (Ashish Nehra)
- धोनी बिलकुल निडर हैं और ये भी एक attitude है, जो कि हर किसी में नहीं होता- हर्षा भोगले (commentator)
- जब भी मेरा जीवन ख़त्म हो तो में अपने आखिरी समय में धोनी के द्वारा world cup मारा हुआ छक्का (six) देखना चाहूँगा- Sunil Gavaskar (पूर्व भारतीय क्रिकेटर और current commentator)
- MS Dhoni मेरी तरह क्रिकेट खेल सकते हैं पर में कभी उनकी तरह नहीं खेल पाउँगा– AB Devillers (साउथ अफ्रीका क्रिकेटर )
- मैं MS Dhoni का खेल (batting) देखने टिकेट खरीद कर जाऊँगा, MS Dhoni दूसरे गिलक्रिस्ट(Gilchrist) नहीं हैं बल्कि वो पहले MS Dhoni हैं| आदम गिलक्रिस्ट (Adam Gilchrist) (MS Dhoni के रोल मॉडल और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर)
- जिस दिन पाकिस्तान को एमएस धोनी जैसा कप्तान मिल जाएगा, वे दुनिया को हरा देने वाली टीम बन जाएंगे– (कपिल देव पूर्व भारतीय क्रिकेटर current commentator)
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क्या धोनी को गुस्सा आता है?
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⇒ बहुत से लोग सोचते होंगे कि धोनी ज्यादा गुस्सा क्यों नहीं करते?
इस बात पर धोनी का कहना है कि गुस्सा उनको भी आता है बुरा उन्हें भी लागता है जब कुछ गलत होता है-
पर वो अपना गुस्सा दूसरों से ज्यादा अच्छी तरह कण्ट्रोल कर पाते हैं| धोनी का मानना ये हैं कि जो हो गया उसे तो बदल नहीं सकते पर आगे की तो सोच सकते हैं कि अब क्या करना है ऐसा जिससे आगे गलती न हो|